4 Nov 2012

WAITING FOR INDIAN LION

देश को इन्तेजार है "भारत के असली शेर" का 






आज बड़ी व्याकुलता है मन में, रोम-रोम में सिहरन सी है, आखिर इस काली रात की सुबह कब होगी, कब हमारा भारत और हमारे भारत के भोले-भाले लेकिन दिग्भ्रमित लोग एक जगमगाती सुबह का दर्शन करेंगे, कब हमारे देश में रोबोट नहीं एक शेर देश को सोच कर देश के लिए निर्णय लेने वाला आएगा, कब हमारे देश में व्याप्त इस कैंसर रूपी राक्षस से हमें छुटकारा मिलेगा, कब भारत को देशी शेर मिलेगा, कब भारत को नरेन्द्र भाई मोदी मिलेंगे.



मैं रुकुंगा नहीं, मैं थकुंगा नहीं, मैं झुकूँगा नहीं, मैं टुटूगा नहीं, बल्कि मैं नर्म घास के मानिंद रहूँगा और इस बुरे वक़्त रूपी काली रात को अपने ऊपर से यूँही गुजर जाने दूंगा जैसे की बड़े से बड़ा तूफान गुजर जाता है और फिर अपने पत्तियों पर ओस की बूंदे लिए नए सूरज की रौशनी में नहा कर हीरे की भांति चमचमाते हुए मैं नए सूर्योदय का स्वागत करूँगा, मैं एक नए युग का स्वागत करूँगा, मैं आपने देश में विकास का स्वागत करूँगा मैं विकासपुरुष का स्वागत करूँगा, मैं "नरेन्द्र भाई मोदी" का लाल किले की प्राचीर पर स्वागत करूँगा.


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